सभी को लगता है कि सपनों का घर खरीदना उनका अधिकार है, लेकिन अक्सर बजट की कमी के कारण वे इसे मिस कर देते हैं । लेकिन अगर आप सपनों का घर खरीदने की सोच रहे हैं तो उससे पहले कुछ बातें जान लेना जरूरी है। घर खरीदते समय मन में कई सवाल आते हैं कि वह डाउन पेमेंट हो या बजट या लोन। इस वजह से हम अक्सर घर खरीदने के विचार से बचते हैं। चलो पता करते हैं।
घर खरीदते समय कितना बजट होना चाहिए?
घर खरीदते समय बजट बनाने का एक नियम ‘5-20-40’ है इसका क्या मतलब है? आपको भी, यह सवाल है? चलो पता करते हैं।
आपके घर की लागत आपकी वार्षिक आय के पांच गुना से अधिक नहीं होनी चाहिए । अगर आप कर्ज लेते हैं तो कर्ज की अवधि 20 साल की नहीं होनी चाहिए। आपकी वार्षिक आय का 40 प्रतिशत आपकी अधिकतम ईएमआई राशि होनी चाहिए। और सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि सपनों का घर खरीदते समय पारिवारिक आय पर विचार किया जाना चाहिए। घर खरीदना आसान है।
घर खरीदने का सही समय कब है?
आप जितनी जल्दी घर खरीद लें, उतना अच्छा है। अगर आप 40 साल की उम्र में होम लोन लेने की कोशिश करते हैं, तो आपको कई मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है, लेकिन अगर आप 20 साल की उम्र में लोन लेते हैं तो आपको आसानी से लोन मिल जाएगा । जिससे आपके लिए घर खरीदना आसान हो जाएगा।
आप अपने घर का वित्त कैसे करते हैं?
आप नकद भुगतान करके अपने घर का वित्तपोषण कर सकते हैं। जो बहुत कम लोगों के लिए संभव है लेकिन आप लोन या लोन लेकर अपने घर को बेहतर तरीके से फाइनेंस कर सकते हैं जो बहुत से लोग करते हैं।
घर खरीदने से पहले समझ लें ये चार बातें
- घर की संपत्ति खरीदते समय वेबसाइट चेक करें। बिल्डर जो कहता है उस पर भरोसा न करें, खुद रिसर्च करें।
- अंडर कंस्ट्रक्शन प्रॉपर्टी खरीदने की तुलना में रेडीमेड प्रॉपर्टी खरीदना हमेशा बेहतर होता है।
- घर खरीदते समय जांचें कि क्या गृह बीमा उपयुक्त है।
- घर खरीदते समय मनी ट्रांसफर के साथ-साथ निर्माणाधीन संपत्ति खरीदते समय स्टांप ड्यूटी, पंजीकरण, ब्रोकरेज, पार्किंग, रखरखाव, गृह ऋण शुल्क और जीएसटी की जांच करें।